सुमिटोमो केमिकल का डेनिटोल - गुलाबी सुंडी का पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तावित सुझाव।
क्या आप कपास में गुलाबी सुंडी (इल्ली) से परेशान है? तो इस्तेमाल करिये सुमिटोमो केमिकल का डेनिटोल यह कपास की गुलाबी सुंडी के निवारण के लिए पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तावित सुझाव है। और देशभर के कई किसानों द्वारा इस्तेमाल किया गया है।...
किसानों की पहली पसंद है डेनिटोल। इसके इस्तेमाल का तरीका जानने के लिए वेबसाइट के वीडियोस देखें।
डेनिटोल की वेबसाइट हिंदी, गुजराती, मराठी, तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं में उपलब्ध है।
सुमिटोमो केमिकल का कोई भी प्रोडक्ट खरीदते समय, पैक पर ये लाल रंग का निशान ज़रूर देखें।
गुलाबी सुंडी या Pink Bollworm के लिए सबसे अच्छा कीटनाशक – डेनिटोल
Danitol - Recommended by Department of Agriculture for Pink Bollworm. डेनिटोल एक ऐसी तकनीक से बना प्रोडक्ट है जो गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या सुंडी पर पूरी तरह नियंत्रण करता है। दोस्तों गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या इल्ली आपके कपास के टिंडे में नुकसान करना शुरू करती है। और शुरुवाती दौर में ये कपास के फूल पर पायी जाती है। ये फूल से कपास के परागकण खाने के साथ-साथ जैसे ही कपास का टिंडा तैयार होता है। ये उसके अंदर चली जाती है। और टिंडे के अंदर के कपास के बीज को खाना शुरू कर देती है।
इस कारण कपास का टिंडा अच्छी तरह से तैयार नहीं हो पाता है। और कपास में दाग लग जाता है। जिससे कई बार जब हम टिंडे से कपास निकालते है। तो काला कपास निकलता है। जो बाजार में बेचने लायक नहीं होता। इसी कारण गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या सुंडी जब भी नुकसान पहुंचाती है। हमें पूरा टिंडा खोना पड़ता है। और हमारी फसल की उपज को नुकसान पहुंचता है।
कपास में गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या इल्ली से बचने के लिए डेनिटोल का उपयोग कैसे करे
आइये अब हम जानते की डेनिटोल का उपयोग कपास की फसल में गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या इल्ली से बचने के लिए कैसे करना है। गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या इल्ली के रोकथाम के लिए आपको डेनिटोल के कम से कम 3 छिड़काव करने होंगे। आइये जानते है की ये छिड़काव आपको कब और कितनी मात्रा में डेनिटोल का उपयोग कपास की फसल में गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm) या इल्ली से बचने के लिए करना है। कपास की बुआई के 40 से 45 दिन में कपास की फसल में फूल अवस्था पाई जाती है। जैसे ही आपके कपास में 20 से 30% फूल आना शुरू हो जाता है। उसी दौरान आपको 15 लीटर पानी में 40 मिली डेनिटोल लेकर उसका छिड़काव। आपको अपनी कपास की फसल पर पहला छिड़काव करना है।
इस पहले छिड़काव के बाद आपको डेनिटोल का दूसरा छिड़काव। पहले छिड़काव के 13 से 15 दिन के बाद करना है। इस छिड़काव की मात्रा भी 40 मिली प्रति 15 लीटर पानी में ही रहेगी। तीसरा छिड़काव आपको दूसरे छिड़काव के 15 दिन बाद करना है। इस छिड़काव की मात्रा भी 40 मिली प्रति 15 लीटर पानी में ही रहेगी।